Monday, December 8, 2014

More than 100 years old, but she still earning millions

इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

दो विश्व युद्ध, मंदी, आजादी की लड़ाई, लाइसेंस राज और भी न जाने क्या-क्या हो चुका है पिछले 100 सालों में, लेकिन क्या आज भी ऐसा कोई है, जिसने ये सब देखा होगा। जी हां, आज मनीभास्कर आपको बता रहा है ऐसी 10 कंपनियों के बारे में, जिन्होंने ये सब देखा और सहा। इन सबके बावजूद ये कंपनियां आगे बढ़ती रहीं और आज भी कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रही हैं।

आइए जानते हैं ऐसी ही 10 कंपनियों के बारे में, जो पिछले 100 सालों से बिजनेस कर रही हैं-

1- ब्रिटानिया

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक फूड प्रोडक्ट्स की कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 1892 में हुई थी। इसे पश्चिम बंगाल के गुप्ता परिवार ने 295 रुपए के निवेश से शुरू किया था। यह भारत की पहली ऐसी बिस्कुट कंपनी है, जिसने ओवन का इस्तेमाल किया।

ये हैं ब्रिटानिया के प्रोडक्ट्स

ब्रिटानिया कंपनी बिस्किट, ब्रेड, केक, रस्क, दूध, मक्खन, घी, दही आदि में बिजनेस करती है। 2011 के अनुसार कंपनी का रिवेन्यू 46.70 अरब रुपए है। आपको बता दें कि इस कंपनी ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सैनिकों को बिस्कुट की सप्लाई की थी।





इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई
2- जेस्सोप एंड कंपनी

1788 में ब्रटिश इंजीनियर विलियम जेस्सोप ने इसकी स्थापना की थी। इसे पहले ब्रीन एंड कंपनी के नाम से जाना जाता था। यह कंपनी करीब 226 साल पहले कोलकाता से शुरू हुई थी। यह पहली ऐसी कंपनी है, जिसने लखनऊ में लोहे का पुल और वेस्ट बंगाल में हावड़ा ब्रिज बनाया था। दिसंबर 2011 के हिसाब से कंपनी की कुल इनकम 7832 लाख रुपए थी।

अब शामिल हो चुकी है रुइया ग्रुप में

फिलहाल यह कंपनी रुइया ग्रुप में शामिल हो चुकी है। आपको बता दें कि रुइया ग्रुप के चेयरमैन पवन के रुइया हैं। कंपनी रेलवे वेगन, क्रेन, कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट आदि में काम करते हैं।








इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई
3- सेंचुरी टेक्सटाइल्स एंड इंडस्ट्रीज

सेंचुरी इंडस्ट्रीज की स्थापना नूसोरजी. एन. वाडिया ने 1897 में की थी। इस समय यह कंपनी सेन्चुरी टेक्सटाइल लिमिटेड के नाम से शुरू हुई थी। आपको  बता दें कि नूसोरजी बॉम्बे डाइंग के मालिक नूस्लि वाडिया के परदादा हैं। अमेरिकी गृह युद्ध के दौरान इस कंपनी ने काफी कारोबार बढ़ाया। कंपनी का कुल रिवेन्यू 2010 के अनुसार लगभग 4543.18 करोड़ रुपए है।

बिरला ग्रुप ने खरीदा

तीन दशक बाद 1951 में इसे आर. डी. बिरला ने खरीद लिया। इस समय कंपनी के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला हैं और प्रेसिडेंट आर के डालमियां हैं। कंपनी फैब्रिक, डिजाइनर कपड़े, डेनिम, कॉस्मेटिक्स, इंजीनियरिंग फाइल जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है।

इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

4- टीवीएस

टीवीएस कंपनी की शुरुआत 1911 में मदुरई में हुई थी, जिसे टी. सुंदरम अय्यर ने शुरू किया था। आपको बता दें कि इस कंपनी की जब स्थापना हुई थी तो आम लोगों के पास कारें नहीं होती थीं। बसों में सफर करने वालों को बाइक मुहैया कराने का श्रेय इसी कंपनी को जाता है। कंपनी का कुल रिवेन्यू 2013 के अनुसार लगभग 70.89 अरब रुपए है।

ये हैं कंपनी के प्रोडक्ट

कंपनी इस समय टू व्हीलर और थ्री व्हीलर गाड़ियां बनाती है। इसके चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन हैं। कंपनी मोटरसाइकिल, स्कूटर, ऑटो रिक्शा और स्पेयर पार्ट्स बनाती है।
इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

5- डाबर

डाबर भारत की सबसे बड़ी आयुर्वेदिक दवाएं और अन्य प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 1884 में एक फिजिशियन डॉ. एसके बर्मन के द्वारा पश्चिम बंगाल में की गई थी। भारतीय कॉर्पोरेट जगत में डाबर का नाम 100 साल से ज्यादा पुराना हो चुका है। कंपनी का कुल रिवेन्यू 2013 के अनुसार लगभग 61.46 अरब रुपए है।

प्रोडक्ट

कंपनी के चेयरमैन डॉ. आनन्द बर्मन, वाइस चेयरमैन अमित बर्मन और सीईओ सुनील बर्मन हैं। कंपनी डाबर आंवला, डाबर च्यवनप्रास, वाटिका, डाबर हनी, फेम, हाजमोला और रीयलगो जैसे प्रोडक्ट बनाती है।
इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

6- आईटीसी

इसकी शुरुआत एक ब्रिटिश कंपनी ने 1910 में की थी। करीब 100 साल पहले शुरू हुई आईटीसी का नाम उस सयम इम्पीरियल टोबैको था, जिसने डनहील और केंट नाम से दो चर्चित ब्रांड पेश किए थे। आज कंपनी के प्रोडक्ट्स करोड़ों लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। आईटीसी सिगरेट बनाने वाली कंपनी की अपनी इमेज बदलने में कामयाब रही है। साल 1969 में अजित नरायण हक्सर ने इसे खरीदा और 1974 में इसका नाम आईटीसी रखा। कंपनी का कुल रिवेन्यू 2013 के अनुसार लगभग 45,102 करोड़ रुपए है।

कामयाबी का पर्याय

=> कंपनी का ई-चौपाल इनीशिएटिव हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में केस स्टडी के तौर पर शामिल।

=> मुनाफे के लिहाज से प्राइवेट सेक्टर की पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी है आईटीसी।

=> दुनिया की दिग्गज 10 एफएमसीजी कंपनियों की लिस्ट में शुमार है आईटीसी का नाम।

=> डाइवर्सिफिकेशन आइडिया पर काम करने के लिए 55 लोगों की मजबूत रिसर्च और डेवलपमेंट टीम।
इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

7- टाटा स्टील

टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की शुरुआत दोराबजी टाटा के द्वारा 25 अगस्त 1907 में की गई थी, जो आज दुनिया की सबसे बड़ी स्टील निर्माताओं में से एक है। यह कंपनी दोराबजी टाटा ने अपने पिता जमशेदजी की टाटा ग्रुप के एक पार्ट के तौर पर शुरू की थी। कंपनी का नाम पहले टिस्को (TISCO) हुआ करता था, जिसे 2005 में बदलकर टाटा स्टील कर दिया गया।

प्रोडक्ट

इस समय कंपनी के चेयरमैन साइरस पलौन्जी मिस्त्री हैं और मैनेजिंग डायरेक्टर टी. वी. नरेन्द्रन हैं। कंपनी स्टील, फ्लैट स्टील प्रोडक्ट्स, लॉन्ग स्टील प्रोडक्ट्स, वायर प्रोडक्ट्स, प्लेट्स आदि बनाती है। कंपनी का कुल रिवेन्यू लगभग 1500 अरब रुपए है।
इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

8- गोदरेज

गोदरेज ग्रुप का मुख्यालय मुंबई में है, जिसे गोदरेज फैमिली द्वारा मैनेज किया जाता है। इसकी स्थापना अर्देशिर (Ardeshir) गोदरेज और पिरोजशा (Pirojsha) गोदरेज ने 1897 में की थी। 1991 में कंपनी ने फूड बिजनेस शुरू कर दिया।
गोदरेज रीयल एस्टेट, एफएमसीजी, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, होम अप्लाएंसेज, फर्नीचर, सिक्योरिटी, एग्री प्रोडक्ट आदि में बिजनेस करती है। कंपनी का कुल रिवेन्यू 2013 के आंकड़ों के अनुसार करीब 216 अरब रुपए है।
इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

9- किर्लोस्कर

यह कंपनी 1888 में किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड के नाम से शुरू की गई थी, जो भारत की सबसे बड़ी पम्प और वॉल्व निर्माता कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय पुणे है। इसके चेयरमैन और एमडी संजय किर्लोस्कर हैं। 2012 के आंकड़ों के अनुसार कंपनी का कुल रिवेन्यू लगभग 153 अरब रुपए है।

प्रोडक्ट

कंपनी पम्प, इंजन, कंप्रेसर, वॉल्व, पिग आयरन, कंस्ट्रक्शन, ट्रांसमिशन जैसे प्रोडक्ट बनाती है। कंपनी टोयोटा के साथ ज्वाइंट वेंचर के जरिए ऑटोमोबाइल सेक्शन में भी बिजनेस करती है।
इनकी उम्र है 100 साल से ज्यादा, लेकिन आज भी करती हैं करोड़ों की कमाई

10- शालीमार पेंट्स

शालीमार पेंट्स पेंट बनाने वाली कंपनी है, जिसकी स्थापना 1902 में हुई थी। आपको बता दें कि इसकी स्थापना ब्रिटिश एन्ट्राप्रेन्योर एएन टर्नर और एसी राइट ने की थी। उस समय इसका नाम शालीमार पेंट्स कलर एंड वार्निश लिमिटेड था। कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है।
कंपनी के प्रमुख लोगों में रतन जिंदल, गिरीश झुनझुनवाला और समीर नागपाल हैं। कंपनी का कुल रिवेन्यू 367.3 करोड़ रुपए है।

The more than 100 years old, but she still earning millions

The more than 100 years old, but she still earning millions

Two world wars, recession, the fight for freedom, let the license raj and what's not in the last 100 years, but is still no one who saw it all happen. Yes, today is Mnibaskr tell you about that 10 companies, who have seen and endured it all. Despite all these companies were growing and are still climbing the ladder of success.

Let us know about these 10 companies, which do business in the last 100 years are:

1 Britannia

Britannia Industries Limited is a food products company. The company was founded in 1892. Gupta family of West Bengal, it started with an investment of Rs 295. It is India's first biscuit company, which used the oven.

These products Britannia

Britannia Company biscuits, bread, cakes, rusks, milk, butter, ghee, yogurt, etc., is a business. Revenue of the company is Rs 46.70 billion in 2011. Let me tell you that the company during the Second World War soldiers had biscuits supplied.

The more than 100 years old, but she still earning millions
2 Jessop & Co.

The British engineer William Jessop was founded in 1788. It was previously known as Bryn & Company. The company began nearly 226 years ago from Kolkata. This is the first such company, the iron bridge in Lucknow West Bengal Howrah Bridge was built. 7832 of December 2011, according to the company's total income was Rs.

It's now in the Ruia Group

Currently the company has been involved in the Ruia Group. You can tell that the Ruia Group chairman Pawan Ruia. Company railway wagons, cranes, etc. work Const.

The more than 100 years old, but she still earning millions
3 Century

Century Industries Nusorji set. N. Wadia was in 1897. At this time the name of the company began Century Textile Limited. As you may know Nusorji Nusli Wadia of Bombay Dyeing owners are great. During the American Civil War, the company expanded significantly. The total Revenue for 2010 is approximately 4543.18 crore.

Birla group bought

Three decades later, in 1951, R. D. Birla purchased. Kumar Mangalam Birla, chairman and president of the company's R Dalmian. Company fabric, designer fabric, denim, cosmetics, manufactures products such as engineering files.

The more than 100 years old, but she still earning millions


4 TVs

TVS company was started in 1911 in Madurai, the T. Sundaram Iyer began. As you may know, when the company was founded by those cars were not so common. Those traveling in buses that the company is credited with providing the bike. Total Revenue of the company in 2013 is approximately 70.89 billion rupees.

These are the company's products

The company currently manufactures two-wheeler and three-wheeler vehicles. If its chairman Venu Srinivasan. Company motorcycles, scooters, autos and manufactures spare parts.
The more than 100 years old, but she still earning millions


5- Dabur

Dabur India's largest Ayurvedic medicines and other products, the company that. Established in 1884, the physician DR. SK Burman was the WB. Dabur India in the name of the corporate world has been over 100 years old. 2013 Total Revenue of the company is approximately 61.46 billion rupees.

Product

Chairman DR. Anand Burman, Vice Chairman and CEO Sunil Amit Burman's Berman. Dabur Amla, Dabur Chyvnpras, Vatika, Dabur Honey, Fame, Hajmola and Riylgo manufactures such products.
The more than 100 years old, but she still earning millions


6- ITC

It was started in 1910 by a British company. ITC began nearly 100 years ago, Imperial Tobacco's name was that of control, the two famous brand names were presented Dnhil and Kent. Today the company's products have become a way of life of millions of people. Cigarette maker ITC has managed to change its image. In the year 1969, bought it in 1974 and named Ajit Haksar Nrayan kept ITC. As of 2013, approximately 45 102 Total Revenue of the company is Rs.

Synonymous with success

=> The company's e-Choupal initiative included as a case study at Harvard Business School.

=> The private sector in terms of profitability is the fifth largest company ITC.

=> World's largest consumer goods companies in the list of 10 names of ITC ranks.

=> Diversification ideas, strong research and development team of 55 people.
The more than 100 years old, but she still earning millions


7- Tata Steel

Tata Iron and Steel Company in the beginning was August 25, 1907 by Dorabji Tata, which is today one of the world's largest steel producers. The company his father Jamshedji Tata Dorabji Tata Group started as a part. Company Name First TISCO (TISCO) was, in 2005, Tata Steel has been changed.

Product

This time, the company's chairman and managing director T. Cyrus Mistry Plunji. V. To NARENDRAN. Steel, flat steel products, long steel products, wire products, plates, etc. manufactures. Total Revenue of the company is Rs 1500 billion.
The more than 100 years old, but she still earning millions


8- Godrej

Godrej Group is headquartered in Mumbai, which is managed by the Godrej family. Ardeshir established (Ardeshir) Godrej and Pirojsha (Pirojsha) Godrej was in 1897. In 1991 the company started a food business.
Godrej Real Estate, FMCG, Industrial Engineering, Home Aplaansej, furniture, security, etc. Business is agri products. Total Revenue of the company, according to data from 2013, about 216 billion rupees.

The more than 100 years old, but she still earning millions


9 Kirloskar

In 1888 the company was launched in the name of Kirloskar Brothers Limited, which is India's largest manufacturer of pumps and valves. The company is headquartered in Pune. If the chairman and managing director Sanjay Kirloskar. As of 2012, about 153 billion of the company's total Revenue.

Product

Pump, engine, compressor, valve, pig iron, construction, transmission makes such products. Section through a joint venture with Toyota automobiles is also a business.

The more than 100 years old, but she still earning millions


10 Shalimar Paints

Shalimar Paints paint maker's was founded in 1902. Let me tell you that it was founded by the British Antraprenyor AN Turner and AC Wright. Shalimar Paints Ltd. color and varnish was then called. The company is headquartered in Mumbai.
The company's key people Ratan Jindal, Girish Jhunjhunwala and Samir are Nagpal. The company's Total Revenue 367.3 crore.


100多岁了但她还是百万

两次世界大战经济衰退为自由而战,许可证统治,什么是不是在过去的100年目前还没有一个谁看到这一切发生。是的,今天Mnibaskr告诉你10家公司看见了,忍受了这一切。尽管所有这些公司都增长,但仍攀登成功的阶梯

让我们了解这10家公司其中做生意,在过去的100年是:

1不列颠

大不列颠实业有限公司是一家食品公司该公司成立于1892年古普塔家庭西孟加拉邦它开始295卢比的投资它是印度的第一个饼干公司,该公司使用的烤箱。

这些产品不列颠

不列颠尼亚公司的饼干面包,蛋糕面包干,牛奶,奶油酥油酸奶等是一个企业。该公司营业收入46.70卢比十亿在2011年让我告诉你,该公司第二次世界大战士兵饼干提供。

100多岁了但她还是百万
2杰索普有限公司

英国工程师威廉·杰索普始建于1788年这是以前被称为布林公司公司开始了近226年年前从加尔各答这是第一个这样的公司勒克瑙西孟加拉邦豪拉大桥铁桥建成。 78322011年12月根据公司总收入为卢比。

它现在鲁亚集团

目前该公司参与了鲁亚集团可以告诉大家,鲁亚集团董事长爬完鲁亚公司铁路货车,起重机等工作的常量。

100多岁了但她还是百万
3世纪

世纪工业Nusorji设置 N.瓦迪亚1897年这时公司的名称开始世纪纺织有限公司。正如你可能知道孟买Nusorji Nusli瓦迪亚印染业主是巨大的。美国南北战争期间,该公司显著扩大。总收入在2010年约为4543.18亿卢比

Birla集团收购

三十年后在1951年R. D.比尔拉购买。库玛Mangalam贝拉董事长公司的研发Dalmian总裁公司面料设计师布,牛仔布化妆品,生产的产品,如工程文件。

100多岁了但她还是百万


4电视

TVS公司始建于1911年马杜赖T.孙达拉姆艾耶开始正如你可能知道,当时该公司是由这些车型目前并不常用那些在公交车行驶,该公司归功于提供自行车公司在2013年的总收入约为70.89十亿卢比

这些公司的产品

该公司目前生产的两轮车三轮车的车辆如果其董事长VENU斯里尼瓦桑公司摩托车,小型摩托车汽车和制造零部件
100多岁了但她还是百万


5 Dabur公司

Dabur公司是印度最大的草药药品和其他产品,公司认为成立于1884年医生DRSKWB印度Dabur公司在企业界名字已经超过100岁公司在2013年的总收入约为61.46十亿卢比

产品

主席DR阿南德副董事长兼首席执行官苏尼尔·阿米特伯曼 Dabur公司反洗钱法Dabur公司ChyvnprasVatikaDabur公司亲爱的,名人堂HajmolaRiylgo生产此类产品。
100多岁了但她还是百万


6 ITC

它是由一家英国公司开始于1910年 ITC开始了100年前帝国烟草公司的名字是控制两个著名品牌的名字被提出Dnhil和肯特如今,该公司产品已成为千百万人的一种生活方式卷烟制造商ITC已经成功地改变自己的形象 Nrayan阿吉特Haksar在1969年买了它,并1974年采取了名字ITC截至2013年,大约有45102总收入公司卢比。

成功的代名词

=>该公司的电子集市举措包括在哈佛商学院的案例研究。

=>私营部门盈利能力方面是全球第五大公司ITC

=>世界上最大的日用消费品公司在ITC10个名字名单行列。

=>多元化的思路,较强的科研55人的开发团队
100多岁了但她还是百万


7-塔塔钢铁

Tata在年初钢铁公司1907年8月25日通过Dorabji塔塔是当今世界上最大的钢铁生产商之一该公司他的父亲Jamshedji塔塔Dorabji塔塔集团开始作为一个组成部分。公司名称首先太钢太钢在2005年塔塔钢铁已被更改

产品

这一次公司的董事长兼总经理T.赛勒斯Mistry的Plunji五,NARENDRAN钢,扁钢产品长材线材制品,板材等制品该公司总收入十亿卢比1500
100多岁了但她还是百万


8戈德瑞

戈德瑞集团总部设在孟买这是由戈德瑞家族经营 Ardeshir成立Ardeshir戈德瑞PirojshaPirojsha戈德瑞在1897年 1991年,公司开始了食品企业
戈德瑞房地产快速消费品,工业工程,家庭Aplaansej,家具,安全等业务农业产品该公司总收入,根据从2013年开始216十亿卢比的数据。

100多岁了但她还是百万


9基洛斯卡

1888年,该公司基洛斯卡兄弟有限公司,是印度最大的泵和阀门制造商的名称推出公司总部设在浦那如果董事长兼总经理桑杰基洛斯卡截至2012年约1.53十亿该公司总收入的

产品

,发动机,压缩机,阀门,生铁,建筑,传输使得这样的产品通过与丰田汽车的合资公司部分也是一门生意。

100多岁了但她还是百万


10夏利马尔油漆

夏利马尔油漆涂料制造商的始建于1902年让我来告诉你,这是由英国Antraprenyor AN特纳和AC赖特创立。那么夏利马尔涂料有限公司的色彩和清漆被调用。公司总部设在孟买
该公司的主要负责人拉坦金达莱吉里什Jhunjhunwala萨米尔Nagpal该公司的总收入367.3亿卢比




No comments:

Post a Comment